top of page
कात्यायनीस्तुतिः ऋषिकृता (ध्यानं अष्टादशभुजा, षोडशभुजा, दशभुजा दुर्गा) | Katyayanistutih Rishikrrita
ऋषिकृता कात्यायनीस्तुतिः
अन्य दुर्गाध्यानानि ।
॥ कात्यायनी ॥
कात्यायनी दशभुजा देवी ही महिषासुर मर्दिनी है । प्रथम कल्प
में उग्रचण्डा रूप में, द्वितीय कल्प में १६ भुजा भद्रकाली रूप में
तथा तृतीय कल्प में कात्यायनी ने दश भुजा रूप धारण करके
महिषासुर का वध किया । कात्यायनी मुनि के द्वारा स्तुति करने पर
बिल्व वृक्ष के…bottom of page
