top of page
दुर्गास्तोत्रम् १३ (देवैः कृतं ०४ मार्कण्डेयपुराणान्तर्गतम् देवि प्रपन्नार्तिहरे प्रसीद प्रसीद मातर्जगतोऽखिलस्य) | devaih kritam 04 Durga stotram 13
देवैः कृतं ४ दुर्गास्तोत्रम् १३