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नर्मदाष्टकम् ३ (देवासुरा सुपावनी) | narmada ahtakam 3
श्रीनर्मदाष्टकम्
देवासुरा सुपावनी नमामि सिद्धिदायिनी
त्रिपूरदैत्यभेदिनी विशाल तीर्थमेदिनी ।
शिवासनी शिवाकला किलोललोल चापला
तरङ्ग रङ्ग सर्वदा नमामि देवि नर्मदा ॥ १॥
विशाल पद्मलोचनी समस्त दोष मोचिनी
गजेन्द्रचाल-गामिनी विदीप्त तेजदामिनी ।
कृपाकरी सुखाकरी अपार पारसुन्दरी
तरङ्गरङ्ग सर्वदा नमामि देवि नर्मदा ॥ २॥
तपोनिधी तपस्विनी स्वयोग युक्तमाचरी
तपः कला तपोबला तपस्विनी शुभामला ।
सुरासनी सुखा…