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श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा | shri Vindhyeshvari chalisa
श्री विन्ध्येश्वरी चलीस
दोह
नमो नमो विन्ध्येश्वरी नमो नमो जगदम्ब ।
सन्तजनों के कज में मँ करती नहीं विलम्ब ॥
जय जय जय विन्ध्यचल रनी । अदि शक्ति जग विदित भवनी ॥
सिंहवहिनी जै जग मत । जय जय जय त्रिभुवन सुखदत ॥
कष्ट निवरिनी जय जग देवी । जय जय जय जय असुरसुर सेवी…bottom of page
