
श्री अमर प्रीत सिंह
एयर चीफ मार्शल श्री अमर प्रीत सिंह, PVSM, AVSM, भारतीय वायुसेना के 28वें वायुसेना प्रमुख हैं। 21 दिसंबर 1984 को फाइटर पायलट के रूप में वायुसेना में शामिल हुए, उनके पास 5000 घंटे से अधिक की उड़ान का अनुभव है। वे एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक और प्रायोगिक परीक्षण पायलट हैं। मिग-29 अपग्रेड और तेजस उड़ान परीक्षणों में उनकी अहम भूमिका रही है। उन्होंने केंद्रीय वायु कमान, उप वायुसेना प्रमुख और कई रणनीतिक पदों पर कार्य किया है। वे स्वदेशी रक्षा प्रणालियों के सशक्त समर्थक हैं और अपने सेवाकाल में कई विशिष्ट सम्मान प्राप्त कर चुके हैं।
Air Chief Marshal Amar Preet Singh
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह का जीवन परिचय(Air Chief Marshal Amar Preet Singh, PVSM, AVSM – वायुसेना प्रमुख)
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह, परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM), अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM) से सम्मानित, भारतीय वायुसेना के एक वरिष्ठतम चार सितारा अधिकारी हैं। वे वर्तमान में भारतीय वायुसेना के 28वें वायुसेना प्रमुख (Chief of the Air Staff) के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने 30 सितंबर 2024 को एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी का स्थान ग्रहण किया। इससे पहले वे वायुसेना के 47वें उप वायुसेना प्रमुख और केंद्रीय वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ रह चुके हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
अमर प्रीत सिंह का जन्म दिल्ली में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा एस.बी.एम. स्कूल, दिल्ली से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA), खडकवासला और वायुसेना अकादमी, डंडीगल से सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त किया। वे डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन तथा नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली के भी छात्र रहे हैं।
सैन्य करियर की शुरुआत:
उन्हें 21 दिसंबर 1984 को वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन मिला। अपने 38 वर्षों के प्रतिष्ठित सैन्य जीवन में उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण परिचालनिक, स्टाफ और प्रशिक्षण भूमिकाएं निभाईं। वे एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक (Qualified Flying Instructor) और प्रायोगिक परीक्षण पायलट (Experimental Test Pilot) हैं। उनके पास 5000 घंटे से अधिक की उड़ान सेवा है, जिसमें उन्होंने कई फाइटर और ट्रेनर विमानों का संचालन किया।
प्रमुख नियुक्तियां एवं योगदान:
विंग कमांडर के रूप में उन्होंने मिग-27 से लैस 22 स्क्वाड्रन की कमान संभाली।
मिग-29 अपग्रेड प्रोजेक्ट के लिए उन्होंने मास्को, रूस में नेतृत्व किया।
तेजस लड़ाकू विमान की उड़ान परीक्षणों में उन्होंने मुख्य परीक्षण पायलट की भूमिका निभाई।
एयर वाइस मार्शल बनने के बाद, वे नेशनल फ्लाइट टेस्ट सेंटर में प्रोजेक्ट डायरेक्टर रहे और गांधीनगर में एयर डिफेंस कंट्रोल सेंटर के कमांडर रहे।
एयर मार्शल बनने के बाद, वे शिलॉन्ग स्थित ईस्टर्न एयर कमांड में वरिष्ठ वायु स्टाफ अधिकारी के रूप में नियुक्त हुए और फिर 1 जुलाई 2022 को उन्होंने एयर मार्शल रिचर्ड जॉन डकवर्थ के स्थान पर केंद्रीय वायु कमान की जिम्मेदारी संभाली।
1 फरवरी 2023 को, वे वाइस चीफ ऑफ ए यर स्टाफ बने।
अंतरराष्ट्रीय अभ्यास और स्वदेशीकरण के पक्षधर:
वाइस चीफ के रूप में उन्होंने "तरंग शक्ति" नामक भारत में आयोजित सबसे बड़े बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्होंने स्वदेशी तेजस विमान में अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ उड़ान भरकर स्वदेशी तकनीकी सामर्थ्य का उदाहरण प्रस्तुत किया।
वायुसेना प्रमुख के रूप में भूमिका:
21 सितंबर 2024 को भारत सरकार द्वारा उन्हें अगला वायुसेना प्रमुख नियुक्त किया गया और 30 सितंबर 2024 को उन्होंने यह पद ग्रहण किया। फरवरी 2025 में एयरो इंडिया के दौरान उन्होंने हल्के लड़ाकू विमान तेजस की आपूर्ति में हो रही देरी पर HAL को आलोचना की और भारतीय रक्षा उपकरणों की स्वदेशी खरीद को समर्थन देने की बात कही।
व्यक्तिगत जीवन:
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह खेलों के शौकीन हैं, विशेषकर स्क्वैश खेलते हैं। उनकी पत्नी का नाम श्रीमती सरिता सिंह है। दंपति के एक पुत्र और एक पुत्री हैं।
