
कैप्टन श्री बृजेश चौटा
"सेना से संसद तक: अनुशासन, राष्ट्रसेवा और विकास के प्रतीक"
कैप्टन श्री चौटा, दक्षिण कन्नड़ से सांसद, भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी, IIM इंदौर से प्रबंधन प्रशिक्षित, और राष्ट्रवादी सोच के समर्पित जनप्रतिनिधि हैं। वे सैन्य अनुशासन और प्रशासनिक दृष्टिकोण से अपने क्षेत्र में नवाचार और विकास का नेतृत्व कर रहे हैं।
Captain Brijesh Chowta
सांसद कैप्टन श्री बृजेश चौटा(भारतीय जनता पार्टी , लोकसभा सदस्य- दक्षिण कन्नड, कर्नाटक) |
श्रेणी | विवरण |
पूरा नाम | कैप्टन श्री बृजेश चौटा |
जन्म स्थान | मंगलुरु |
जन्म तिथि | 31 अगस्त 1981 |
पिता का नाम | श्री सेसन्ना चौटा |
माता का नाम | श्रीमती पुष्पा चौटा |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
ईमेल आईडी | |
वेबसाइट | |
मोबाइल | टेलीफोन नंबर | +91 9739953063, +91 6360232113 |
सोशल मीडिया | |
व्यवसाय/पेशा | सामाजिक कार्यकर्ता, व्यवसायी, |
शैक्षणिक योग्यता | विज्ञान में स्नातक (बी.एस.सी.),बिजनेस मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स, रक्षा अधिकारी |
स्थायी पता | 306, सोनार अपार्टमेंट कारस्ट्रीट, महामाया मंदिर के निकट, मंगलुरु, कर्नाटक 575001 |
वर्तमान पता | कर्नाटक भवन, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली |
राजनीतिक दल | |
सांसद निर्वाचन क्षेत्र | दक्षिण कन्नड, कर्नाटक |
सरकारी और राजनीतिक पद |
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कैप्टन श्री बृजेश चौटा, दक्षिण कन्नड़ (कर्नाटक) से लोकसभा सांसद, भारतीय राजनीति के एक अनुशासित, राष्ट्रवादी और प्रेरक नेतृत्वकर्ता हैं। भारतीय सेना में सेवा देने के बाद राजनीति में सक्रिय हुए चौटा जी राष्ट्रीय सुरक्षा, प्रशासनिक दक्षता और क्षेत्रीय विकास के समन्वय का जीवंत उदाहरण हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि के रूप में वे न केवल अपने संसदीय क्षेत्र में विकास का नया अध्याय लिख रहे हैं, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी बने हैं। उनकी पृष्ठभूमि सैन्य अनुशासन, आरएसएस की राष्ट्रवादी सोच और शैक्षणिक उत्कृष्टता से ओतप्रोत है।
प्रारंभिक जीवन
कैप्टन श्री बृजेश चौटा का जन्म और पालन-पोषण कर्नाटक के मंगलूरु शहर में हुआ। उनके भीतर राष्ट्रभक्ति की भावना बचपन से ही गहराई से समाई हुई थी। उनका पारिवारिक परिवेश भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों, सेवा भावना और संघ की कार्यपद्धति से गहराई से जुड़ा था। राष्ट्रसेवा का बीज उन्हीं दिनों उनके मन में रोपित हुआ।
छात्र जीवन
उन्होंने अपनी शिक्षा मंगलूरु के प्रतिष्ठित सेंट एलोयशियस कॉलेज से प्राप्त की। छात्र जीवन के दौरान ही उन्होंने नेशनल कैडेट कोर (NCC) से जुड़कर अनुशासन, नेतृत्व और देशभक्ति का सशक्त परिचय दिया। वे मैंगलूरु विश्वविद्यालय के स र्वश्रेष्ठ कैडेट चुने गए और वर्ष 2000 में गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के समक्ष मार्च करने का गौरव प्राप्त किया। यह क्षण उनके जीवन की प्रेरणा बन गया।
राजनीतिक जीवन
राष्ट्रवाद से ओतप्रोत विचारधारा के साथ वे बचपन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रहे। सेना से सेवानिवृत्ति के पश्चात उन्होंने जनसेवा को अपना मार्ग चुना और भारतीय जनता पार्टी के साथ सक्रिय रूप से राजनीति में कदम रखा। वे पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं में गिने जाते हैं, जिनका उद्देश्य राष्ट्रहित में कार्य करना है।
वर्ष 2024 में उन्होंने दक्षिण कन्नड़ लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में 18वीं लोकसभा में प्रवेश किया। यह उनका पहला संसदीय कार्यकाल है, लेकिन अपने अनुभव, समर्पण और स्पष्ट दृष्टिकोण के कारण उन्होंने संसद में सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है।
अपने पहले कार्यकाल में ही उन्होंने रक्षा संबंधी स्थायी समिति और जल संसाधन मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति में सक्रिय योगदान देना शुरू किया। सेना की पृष्ठभूमि उन्हें रक्षा मामलों में विशिष्ट दृष्टिकोण देती है। इसके अतिरिक्त वे प्रशासनिक सुधारों और युवा नीति निर्माण में भी रुचि रखते हैं।
राष्ट्रहित व समाज में योगदान
कैप्टन श्री चौटा ने भारतीय सेना में 7वीं बटालियन, 8वीं गोरखा राइफल्स के तहत मणिपुर और असम जैसे अशांत क्षेत्रों में आतंक विरोधी अभियानों में भाग लिया। सैन्य सेवा के बाद उन्होंने सामाजिक जागरूकता, युवाओं के सशक्तिकरण, स्वच्छता, शिक्षा और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
चौटा जी नियमित रूप से अपने निर्वाचन क्षेत्र का भ्रमण करते हैं, गाँवों और शहरों में जाकर जनता से संवाद करते हैं। उन्होंने "युवा संवाद", "डिजिटल ग्राम योजना", "कृषि नवाचार मंच" जैसी पहलों की शुरुआत की है। उनकी कार्यशैली में पारदर्शिता, जवाबदेही और जनता से सीधा जुड़ाव शामिल है।
सोशल मीडिया पर वे युवाओं और आम जनता के साथ नियमित संवाद बनाए रखते हैं। वे ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे मंचों के माध्यम से अपनी योजनाओं, सुझावों और उपलब्धियों को साझा करते हैं। टेक्नोलॉजी के माध्यम से उन्होंने एक डिजिटल जनप्रतिनिधि की भूमिका निभाई है।
कैप्टन श्री बृजेश चौटा की यात्रा राष्ट्रभक्ति, अनुशासन और जनसेवा की मिसाल है। उन्होंने सैनिक जीवन में देश की सीमाओं की रक्षा की, और अब संसद में जनता की आकांक्षाओं की रक्षा कर रहे हैं। उनका जीवन युवाओं को यह सिखाता है कि देशप्रेम और सेवा का मार्ग कोई भी हो सकता है—बस निष्ठा और साहस चाहिए। वे आधुनिक भारत के उस युवा चेहरे का प्रतिनिधित्व करते हैं जो परंपरा से जुड़ा है और भविष्य के लिए तैयार है।
