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श्री दलजीत सिंह चौधरी

श्री दलजीत सिंह चौधरी (IPS) वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक हैं। वे 1990 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं। अपने तीन दशक से अधिक के सेवा काल में उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, एसएसबी, एनएसजी और अब बीएसएफ जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में नेतृत्वकारी भूमिकाएँ निभाई हैं। उन्हें वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए कई राष्ट्रीय सम्मान जैसे पुलिस वीरता पदक, राष्ट्रपति पुलिस पदक, और डीजी कमेंडेशन डिस्क प्राप्त हुए हैं। वे आधुनिक सीमाई सुरक्षा और आतंकरोधी अभियानों में निर्णायक योगदान के लिए जाने जाते हैं।

Daljit Singh Chawdhary

आईपीएस श्री दलजीत सिंह चौधरी: सीमा सुरक्षा के एक प्रखर प्रहरी

भारत के समर्पित और तेजतर्रार पुलिस अधिकारियों में से एक, श्री दलजीत सिंह चौधरी वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक (DG) के रूप में कार्यरत हैं। वे 1990 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं, जिनका अब तक का सेवा सफर अनुशासन, साहस और प्रशासनिक कुशलता की मिसाल है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

श्री चौधरी का जन्म 23 नवम्बर 1965 को नई दिल्ली में हुआ। एक अनुशासित और राष्ट्रसेवी परिवार से आने वाले श्री चौधरी के व्यक्तित्व में प्रारंभ से ही अनुशासन, राष्ट्रभक्ति और नेतृत्व के गुण विकसित होते गए। उन्होंने B.Sc. की पढ़ाई पूरी करने के बाद विधि स्नातक (LL.B.) की डिग्री प्राप्त की, जिससे उनके व्यक्तित्व में एक विधिक और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण का समावेश हुआ।

पुलिस सेवा में आरंभ

उन्होंने 1990 में भारतीय पुलिस सेवा में प्रवेश किया और उत्तर प्रदेश कैडर में तैनात हुए। उनकी कर्तव्यनिष्ठा और रणनीतिक सोच ने उन्हें जल्द ही प्रदेश की कानून व्यवस्था के संचालन में अग्रणी भूमिका दिलाई। वे उत्तर प्रदेश पुलिस में कई उच्च पदों पर कार्य कर चुके हैं, जिनमें कानून एवं व्यवस्था के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG Law & Order) जैसे अत्यंत चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण दायित्व शामिल हैं।

प्रमुख नियुक्तियाँ और उपलब्धियाँ

श्री चौधरी ने अपने करियर में कई अहम पदों को सुशोभित किया है। वे उत्तर प्रदेश राज्य की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के साथ जुड़े रहे, और कई गंभीर अपराधियों व आतंकवादियों के विरुद्ध सफल अभियानों का संचालन किया।

2017 में, लखनऊ में हुए आतंकी एनकाउंटर के सफल संचालन में उनकी भूमिका अत्यंत प्रशंसनीय रही। इसके अलावा, वह इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) तथा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में भी वरिष्ठ पदों पर अपनी सेवाएँ दे चुके हैं। जनवरी 2024 में उन्हें सशस्त्र सीमा बल (SSB) का महानिदेशक नियुक्त किया गया, जहाँ उन्होंने नेपाल और भूटान की सीमाओं की सुरक्षा में अहम योगदान दिया। कुछ समय बाद उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला।

सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख

1 अगस्त 2024 को उन्होंने BSF के महानिदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमा की निगरानी करने वाली इस बल की कमान संभालना न केवल रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी अत्यंत संवेदनशील पद है। उनके नेतृत्व में BSF ने आधुनिक तकनीकों जैसे ड्रोन निगरानी, थर्मल इमेजिंग और इंटेलिजेंस आधारित संचालन को सशक्त बनाया है। उन्होंने सीमाओं पर ह्यूमन इंटेलिजेंस और टेक्नोलॉजी का संतुलित उपयोग कर, घुसपैठ और तस्करी जैसे मामलों में नियंत्रण लाने में सफलता पाई है।

सम्मान एवं अलंकरण (Service Decorations)

आईपीएस श्री दलजीत सिंह चौधरी को उनकी विशिष्ट सेवाओं, वीरता और प्रशासनिक दक्षता के लिए अनेक राष्ट्रीय सम्मान और पुलिस पदकों से अलंकृत किया गया है। उन्हें निम्नलिखित विशिष्ट सेवा पदक प्राप्त हुए हैं:

  • पुलिस वीरता पदक (PMG) – 28 नवम्बर 2005

  • पुलिस पदक (PM) – 15 अगस्त 2006

  • पुलिस वीरता पदक (द्वितीय बार) – IInd Bar to PMG – 26 जनवरी 2006

  • पुलिस वीरता पदक (तृतीय बार) – 3rd Bar to PMG – 15 अगस्त 2007

  • राष्ट्रपति पुलिस पदक (PPM) – 26 जनवरी 2014

  • महानिदेशक प्रशंसा चिह्न (DG’s Commendation Disc – Silver) – 26 जनवरी 2017

  • महानिदेशक प्रतीक चिह्न (DG’s Insignia – Silver Disc) एवं प्रशंसा पत्र (Commendation Roll) – 22 अक्टूबर 2017

उपरोक्त अलंकरण श्री चौधरी की सेवा निष्ठा, वीरता और राष्ट्र सुरक्षा में किए गए उल्लेखनीय योगदान के प्रतीक हैं।


आईपीएस श्री दलजीत सिंह चौधरी भारतीय पुलिस सेवा के उन अधिकारियों में हैं, जिन्होंने न केवल कानून-व्यवस्था बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के स्तर पर भी देश की सेवा में अग्रणी भूमिका निभाई है। उनका संपूर्ण कार्यकाल नीतिपरक नेतृत्व, निर्भीक निर्णय और आधुनिक सोच का प्रतीक रहा है। एक सच्चे राष्ट्रसेवक के रूप में वे युवाओं के लिए प्रेरणा हैं, जो देश की सीमाओं की रक्षा को सर्वोच्च कर्तव्य मानते हैं।

“जहाँ सीमा की रक्षा होती है, वहीं से राष्ट्र की आत्मा सुरक्षित होती है — और उस आत्मा के सजग प्रहरी हैं श्री दलजीत सिंह चौधरी।”