top of page

श्री रॉबर्ट ब्राउनिंग

श्री रॉबर्ट ब्राउनिंग (7 मई 1812 – 12 दिसंबर 1889) विक्टोरियन युग के एक प्रमुख अंग्रेजी कवि थे। अपनी नाटकीय एकालाप शैली और मनोवैज्ञानिक अंतर्दृष्टि के लिए प्रसिद्ध, उन्होंने अंग्रेजी साहित्य को अभूतपूर्व ऊँचाइयाँ प्रदान कीं। उनकी रचनाएँ जैसे द रिंग एंड द बुक, माय लास्ट डचेस और द पाइड पाइपर ऑफ हैमलिन आज भी साहित्यिक पाठ्यक्रमों का हिस्सा हैं।

Robert Browning

रॉबर्ट ब्राउनिंग: विक्टोरियन युग के नाटकीय कविता के जादूगर

(जन्म: 7 मई 1812 – मृत्यु: 12 दिसंबर 1889)

रॉबर्ट ब्राउनिंग 19वीं शताब्दी के महानतम अंग्रेज़ी कवियों में से एक थे। अपनी गहन मनोवैज्ञानिक अंतर्दृष्टि, नाटकीय एकालाप की बेजोड़ शैली, और असाधारण कल्पनाशीलता के लिए प्रसिद्ध ब्राउनिंग विक्टोरियन युग के प्रतिनिधि कवि थे। “The Ring and the Book”, “My Last Duchess”, और “The Pied Piper of Hamelin” जैसी कृतियाँ उन्हें विश्व साहित्य में विशेष स्थान दिलाती हैं। उन्होंने कविता को केवल भावनाओं की नहीं, बल्कि विचारों की भी अभिव्यक्ति बना दिया।

प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि

रॉबर्ट ब्राउनिंग का जन्म 7 मई 1812 को इंग्लैंड के लंदन शहर के कैम्बरवेल उपनगर में हुआ था। उनके पिता रॉबर्ट ब्राउनिंग सीनियर बैंक ऑफ इंग्लैंड में कार्यरत एक शिक्षित व्यक्ति थे, जो दुर्लभ पुस्तकों का बड़ा संग्रह रखते थे। उनकी माता सारा अन्ना ब्राउनिंग संगीत की विदुषी और अत्यंत धार्मिक महिला थीं। ब्राउनिंग का पालन-पोषण एक साहित्यिक और सांस्कृतिक वातावरण में हुआ। उनके पास 6000 से अधिक पुस्तकों वाला निजी पुस्तकालय था।

कहा जाता है कि उनकी दादी एक अफ्रीकी मूल की महिला थीं जो वेस्ट इंडीज में जन्मी थीं। उनका यह मिश्रित वंश भी उनके भीतर व्यापक दृष्टिकोण और गहराई का कारण बना।

शिक्षा और साहित्यिक आरंभ

ब्राउनिंग ने बचपन से ही असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया। 12 वर्ष की आयु में उन्होंने अपनी पहली कविता पुस्तक लिखी, परन्तु आलोचना के डर से स्वयं ही नष्ट कर दी। उन्होंने नियमित विद्यालयों की शिक्षा को अस्वीकार कर, निजी शिक्षकों से अध्ययन किया। वे फ्रेंच, ग्रीक, लैटिन और इटालियन भाषा में दक्ष हो गए थे। वह शेली के घोर प्रशंसक थे और उन्हीं की तरह शाकाहारी और नास्तिक बने — यद्यपि यह दोनों ही विचार बाद में त्याग दिए।

एलिज़ाबेथ बैरेट ब्राउनिंग से प्रेम और विवाह

1845 में उनकी भेंट प्रसिद्ध कवयित्री एलिज़ाबेथ बैरेट से हुई। दोनों के बीच पत्रों के माध्यम से गहन संवाद हुआ और 1846 में उन्होंने गुप्त विवाह कर लिया। एलिज़ाबेथ के पिता उनके विवाह के विरोधी थे और विवाह के बाद उन्होंने अपनी बेटी को संपत्ति से बेदखल कर दिया। ब्राउनिंग दंपत्ति इटली चले गए और जीवनभर वहीं रहे।

एलिज़ाबेथ एक प्रतिभाशाली कवयित्री थीं, जिनकी रचनाएँ “Sonnets from the Portuguese” नामक संग्रह में संकलित हैं। उनका दांपत्य जीवन प्रेम और सहयोग से परिपूर्ण था।

इटली में जीवन और रचनात्मक काल

फ्लोरेंस के Casa Guidi में स्थित उनके निवास स्थान को आज भी स्मारक के रूप में संरक्षित किया गया है। यहीं पर 1849 में उनका इकलौता पुत्र रॉबर्ट वीदमैन बैरेट ब्राउनिंग (पैट नाम से प्रसिद्ध) जन्मा।

ब्राउनिंग को इटली के इतिहास, कला, संस्कृति और राजनीति से विशेष लगाव था। उन्होंने कहा था — "Italy was my university.”

साहित्यिक जीवन और प्रमुख कृतियाँ

ब्राउनिंग की शैली को उनकी “नाटकीय एकालाप” (Dramatic Monologue) तकनीक ने विशेष पहचान दिलाई। इस शैली में पात्र अपने विचारों और भावनाओं को प्रकट करते हैं, जिससे पाठक उसके मनोविज्ञान को समझ सकता है।

प्रसिद्ध रचनाएँ:
  • The Pied Piper of Hamelin

  • My Last Duchess

  • Porphyria’s Lover

  • The Ring and the Book (20,000 पंक्तियों की कविता)

  • Fra Lippo Lippi

  • Rabbi Ben Ezra

  • Andrea del Sarto

  • Childe Roland to the Dark Tower Came

उल्लेखनीय विशेषताएँ:
  • कविता में नैतिकता और मनोविज्ञान का संगम

  • समाज के ‘अंधेरे पात्रों’ को सहानुभूति के साथ चित्रित करना

  • प्रयोगात्मक शैली और भाषा का प्रयोग

ध्वनि रिकॉर्डिंग की शुरुआत

7 अप्रैल 1889 को, थॉमस एडीसन के प्रतिनिधि जॉर्ज गूराड ने ब्राउनिंग की आवाज़ को वैक्स सिलिंडर पर रिकॉर्ड किया। यह अंग्रेजी साहित्य के इतिहास की पहली आवाज़ रिकॉर्डिंग मानी जाती है। इसमें ब्राउनिंग ने “How They Brought the Good News from Ghent to Aix” कविता के अंश पढ़े।

लोकप्रिय संस्कृति में स्थान
  • The Barretts of Wimpole Street: उनके जीवन पर आधारित प्रसिद्ध नाटक व फ़िल्म

  • Stephen King की Dark Tower Series ब्राउनिंग की कविता “Childe Roland to the Dark Tower Came” से प्रेरित

  • John Lennon का गीत “Grow Old With Me” उनकी कविता से लिया गया

मृत्यु और स्मृति

ब्राउनिंग का निधन 12 दिसंबर 1889 को वेनिस में हुआ। उसी दिन उनकी अंतिम कृति Asolando प्रकाशित हुई। उन्हें वेस्टमिन्स्टर एब्बी के "Poets' Corner" में सुपुर्द-ए-खाक किया गया, जहाँ टेनिसन और वर्ड्सवर्थ जैसे दिग्गज भी विश्राम कर रहे हैं।

ब्राउनिंग की शैली और विरासत

ब्राउनिंग की कविता विचारों और मानसिक द्वंद्व की भूमि है। वह पात्रों के माध्यम से नैतिकता, विश्वास, स्वाभिमान और मानव व्यवहार के छुपे पहलुओं की पड़ताल करते हैं। वे शब्दों से चरित्रों की आत्मा को सामने लाते हैं।

उनकी शैली 17वीं शताब्दी के कवि जॉन डन की गूढ़ता और आधुनिकता के मिश्रण से प्रभावित थी। उन्होंने उस काल के बनावटीपन और आडंबर को तोड़ा और काव्य को आत्मा का आईना बनाया।

प्रमुख काव्य संग्रह

वर्ष

रचना

प्रकार

1833

Pauline

कविता

1835

Paracelsus

कविता

1842

Dramatic Lyrics

कविता संग्रह

1855

Men and Women

कविता संग्रह

1868

The Ring and the Book

महाकाव्य

1872

Fifine at the Fair

कविता

1887

Parleyings...

संवाद

1889

Asolando

अंतिम संग्रह

रॉबर्ट ब्राउनिंग केवल एक कवि नहीं, बल्कि एक विचारक, मनोवैज्ञानिक विश्लेषक और भाषा के चितेरे थे। उन्होंने अपने पात्रों में मानव प्रवृत्तियों के उन पहलुओं को उजागर किया जिन्हें समाज अनदेखा करता है। उनका साहित्य आज भी साहित्यप्रेमियों, शिक्षकों और मनोविश्लेषकों के लिए उतना ही प्रासंगिक है जितना उनके समय में था।

उनकी कालजयी पंक्तियाँ:

"Grow old along with me! The best is yet to be..."आज भी जीवन में आशा और प्रेम का संदेश देती हैं।

bottom of page