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वैदिक ज्योतिष में सूर्य के अशुभ प्रभावों को संतुलित करने के दिव्य उपाय
संपूर्ण जीवन के आधार, ऊर्जा और आत्मा के प्रतीक सूर्य को वैदिक ज्योतिष में सर्वाधिक शक्तिशाली ग्रह माना गया है। यह आत्मा, आत्मविश्वास, पिता और चेतना का प्रतिनिधित्व करता है। जब सूर्य कुंडली में अशुभ स्थिति में होता है, तो यह अहंकार, क्रोध, स्वास्थ्य समस्याओं, और संबंधों में दूरी जैसे संकट ला सकता है।
लेकिन श्रीकृष्ण की कृपा और वैदिक शास्त्रों के अनुसार कुछ सरल और प्रभावशाली उपायों से हम इन प्रभावों को संतुलित कर सकते हैं।
Jul 11, 2023
