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श्रीराम ने संसार का संहार क्यों नहीं किया? एक आध्यात्मिक-दार्शनिक दृष्टिकोण
अवतार का उद्देश्य: संहार नहीं, संरक्षण
हिंदू धर्म में अवतारों का उद्देश्य होता है –
“धर्म संस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे।”
श्रीराम का अवतरण रावण रूपी अधर्म को समाप्त करने और रामराज्य स्थापित करने के लिए हुआ था।
सम्पूर्ण सृष्टि का विनाश उनके उद्देश्य के विपरीत होता।
Mar 21, 2024


नवजागरण की राह पर भारत: ग्रामीण पर्यटन का उज्ज्वल भविष्य
जहाँ गाँव है, वहाँ भारत की आत्मा है।’ भारतीय ग्राम्य जीवन केवल भौगोलिक इकाई नहीं, बल्कि एक समृद्ध सांस्कृतिक और सामाजिक अनुभव है। हरे-भरे...
Feb 14, 2023


“संस्कृति का स्वरूप: अतीत से वर्तमान तक की यात्रा”
– भारतीय आत्मा का बोध, सभ्यता से अलग एक विशिष्ट पहचान परिचय: संस्कृति – आत्मा का आईना संस्कृति किसी भी राष्ट्र, जाति या समुदाय की आत्मा...
Dec 7, 2019
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