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भारतीय शिक्षा के पुनरुत्थान की यात्रा: कोठारी आयोग से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तक
शिक्षा – राष्ट्र निर्माण की आत्मा किसी भी सभ्य और समृद्ध राष्ट्र की बुनियाद उसकी शिक्षा प्रणाली पर टिकी होती है। शिक्षा केवल ज्ञान का...
Jul 18, 2024


सक्षम भारत की ओर एक ऐतिहासिक कदम: ‘प्रोजेक्ट उद्भव’ और भारतीय सेना की सामरिक चेतना का पुनर्जागरण
भारत की भूमि केवल ऋषियों और संतों की नहीं रही है, यह वीरों और समर नायकों की भी जन्मभूमि रही है। वेदों से लेकर महाभारत तक और मौर्य-गुप्त...
May 1, 2024


श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण: सनातन की आत्मा का पुनर्जागरण
श्रीराम भारतवर्ष की आत्मा हैं। वह केवल एक राजा नहीं, मर्यादा पुरुषोत्तम हैं – जिनका जीवन धर्म, सत्य, सेवा और त्याग की पराकाष्ठा है।...
Jan 23, 2024


श्रीराम ने देवी सीता के हरण के बाद भी संसार का संहार क्यों नहीं किया?
श्रीराम, एक दिव्य अवतार होकर भी, एक मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में प्रतिष्ठित हैं। उनका जीवन धर्म के अनुसार जीने का एक आदर्श उदाहरण है। उनके हर कार्य में केवल शक्ति नहीं, अपितु संयम, करुणा और cosmic (ब्रह्मांडीय) संतुलन की झलक मिलती है। जब रावण ने देवी सीता का हरण किया, तो श्रीराम ने संसार का अंत न करके धर्म के मार्ग पर चलने का निर्णय लिया। इसके पीछे कई गहरे आध्यात्मिक और दार्शनिक कारण थे:
Jul 11, 2023


भारत के नववर्ष पर्व: विविधता में एकता का उल्लास
भारत एक ऐसा देश है जहाँ हर ऋतु, हर दिशा और हर समुदाय की अपनी सांस्कृतिक पहचान और परंपराएँ हैं। इन्हीं परंपराओं में एक विशेष स्थान है...
Mar 21, 2023


नवजागरण की राह पर भारत: ग्रामीण पर्यटन का उज्ज्वल भविष्य
जहाँ गाँव है, वहाँ भारत की आत्मा है।’ भारतीय ग्राम्य जीवन केवल भौगोलिक इकाई नहीं, बल्कि एक समृद्ध सांस्कृतिक और सामाजिक अनुभव है। हरे-भरे...
Feb 14, 2023


नवसंजीवनी की ओर भारत: आयुर्वेद का पुनरुत्थान और वैश्विक महत्व
‘प्राकृतिक जीवनशैली की ओर लौटना ही आयुर्वेद का मूल सन्देश है।’ भूमिका: भारत की आत्मा से जुड़ा जीवन विज्ञान भारत की सांस्कृतिक आत्मा,...
Sep 20, 2022


“सूर्य की भूमि: ललितादित्य का वैभव और मार्तण्ड मंदिर की दिव्यता”
भारत की दिव्य सूर्य परंपरा और कश्मीर की स्वर्णिम धरोहर भारत की सांस्कृतिक परंपराओं में सूर्य का स्थान सर्वोच्च है—वह केवल एक ग्रह नहीं,...
May 9, 2022
